tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post110178815738547702..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: रेडहैट लिनक्स हिंदी मेंरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-79239569032353368442011-11-17T00:31:25.061+05:302011-11-17T00:31:25.061+05:30आप तो एकदम पुराने उस्ताद हैं कम्प्यूटर के मामले मे...आप तो एकदम पुराने उस्ताद हैं कम्प्यूटर के मामले में। इतने दिनों से कम्प्यूटर का साथ है जब पैदा ही नहीं हुए थे…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1101990111346470752004-12-02T17:51:00.000+05:302004-12-02T17:51:00.000+05:30मेरे पास जो लॆपटॉप है वह बाबा आदम के जमाने का है (...मेरे पास जो लॆपटॉप है वह बाबा आदम के जमाने का है (33 मे.ह., 486, 8 मे.बा. रैम) उसमें लिनक्स टेक्स्ट मोड में चलता है. मित्रों ने सेंट्रिनो और 128 मे बा. रैम में ग्राफ़िकल लिनक्स चलाया है. बढ़िया चलता है.<br />रविरवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1101956928401760572004-12-02T08:38:00.000+05:302004-12-02T08:38:00.000+05:30वाह यह तो बहुत ख़ुशी की बात है। क्या आपने कभी लॅप्...वाह यह तो बहुत ख़ुशी की बात है। क्या आपने कभी लॅप्टॉप पर लिनक्स स्थापित किया है?आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.com