यह है नो-नॉनसेंस, ईडियटों का गाइड - किसी मित्र के गूगल+ पर किए गए पब्लिक बकवासों की फ़ीड प्राप्त करने के लिए. अपने मित्र का गूगल+ प्रोफ़ाइल...
यह है नो-नॉनसेंस, ईडियटों का गाइड - किसी मित्र के गूगल+ पर किए गए पब्लिक बकवासों की फ़ीड प्राप्त करने के लिए.
अपने मित्र का गूगल+ प्रोफ़ाइल नंबर प्राप्त करें. यह बेहद लंबे अंकों का होता है जो गूगल+ के प्रोफ़ाइल यूआरएल में क्लिक करने पर ब्राउजर के एड्रेसबार में नमूदार होता है. उदाहरण के लिए, ई-पण्डित का प्रोफ़ाइल नंबर है 113298719968436587792.
इस नंबर को प्लसफ़ीड.एप्पस्पॉट.कॉम यूआरएल के आगे जोड़ कर उस गूगल+ प्रोफ़ाइल के सार्वजनिक सामग्री (पब्लिक कंटेंट) का फ़ीड का यूआरएल बना सकते हैं.
जैसे कि यूआरएल - http://plusfeed.appspot.com/113298719968436587792
के जरिए ई-पण्डित की पब्लिक बकवासों की फ़ीड अपने फ़ीड रीडर पर पढ़ सकते हैं. और जब भी नया सार्वजनिक सामग्री प्रकाशित होगा, वो आपके फ़ीड रीडर में स्वयंमेव आ जाएगा. यानी आपको गूगल+ पर बारंबार झांकने की जरूरत नहीं!
ई-पण्डित का गूगल+ पर पब्लिक सामग्री फ़ीड रीडर पर कुछ इस किस्म का दिखेगा -
हैप्पी + रीडिंग!
टीप - मेरे गूगल+ प्रोफ़ाइल नंबर की फ़ीड प्राप्त करने की कोशिश करेंगे तो आपको शून्य परिणाम मिलेगा. वहाँ कोई सार्वजनिक सामग्री अभी नहीं है!
अपने मित्र का गूगल+ प्रोफ़ाइल नंबर प्राप्त करें. यह बेहद लंबे अंकों का होता है जो गूगल+ के प्रोफ़ाइल यूआरएल में क्लिक करने पर ब्राउजर के एड्रेसबार में नमूदार होता है. उदाहरण के लिए, ई-पण्डित का प्रोफ़ाइल नंबर है 113298719968436587792.
इस नंबर को प्लसफ़ीड.एप्पस्पॉट.कॉम यूआरएल के आगे जोड़ कर उस गूगल+ प्रोफ़ाइल के सार्वजनिक सामग्री (पब्लिक कंटेंट) का फ़ीड का यूआरएल बना सकते हैं.
जैसे कि यूआरएल - http://plusfeed.appspot.com/113298719968436587792
के जरिए ई-पण्डित की पब्लिक बकवासों की फ़ीड अपने फ़ीड रीडर पर पढ़ सकते हैं. और जब भी नया सार्वजनिक सामग्री प्रकाशित होगा, वो आपके फ़ीड रीडर में स्वयंमेव आ जाएगा. यानी आपको गूगल+ पर बारंबार झांकने की जरूरत नहीं!
ई-पण्डित का गूगल+ पर पब्लिक सामग्री फ़ीड रीडर पर कुछ इस किस्म का दिखेगा -
हैप्पी + रीडिंग!
टीप - मेरे गूगल+ प्रोफ़ाइल नंबर की फ़ीड प्राप्त करने की कोशिश करेंगे तो आपको शून्य परिणाम मिलेगा. वहाँ कोई सार्वजनिक सामग्री अभी नहीं है!
वाह, यहाँ भी हैकिंग।
जवाब देंहटाएंबढिया जुगाड।
जवाब देंहटाएं------
ब्लॉगसमीक्षा की 23वीं कड़ी।
अल्पना वर्मा सुना रही हैं समाचार..।
समझ से बाहर पोस्ट है रवि जी! माफ़ी चाहता हूँ।
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्लस की बकबक का चारा भी खिलाया जा सकता है, मतलब सोशल नेटवर्किंग फीड रीडर में भी घुस गयी। आप जैसे ऑफलाइन जीवी भी अब हमारी बकबक का आनन्द ले सकते हैं। :-)
जवाब देंहटाएं@e-pandit - हाँ, और मुझे लगता है कि चूंकि यह प्रोफ़ाइल से जनरेट फ़ीड देता है, तो आप चाहे जहाँ बकबक करें - यानी अपने+ पर या किसी मित्र के + पर, संभवतः यह आपका सब कहा सुना उठा लेगा और एक जगह जमा कर देगा. यह बड़ी सुविधा प्रतीत होती है.
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