प्रिय मिश्र जी, शायद देरी आपकी तरफ से तो नहीं हुई ? सालेक भर पहले का (6-2-08) ईमेलिया आदान-प्रदान का स्क्रीनशॉट नीचे दिया जा रहा है. समस्या...
प्रिय मिश्र जी,
शायद देरी आपकी तरफ से तो नहीं हुई? सालेक भर पहले का (6-2-08) ईमेलिया आदान-प्रदान का स्क्रीनशॉट नीचे दिया जा रहा है. समस्या पुरानी है, बार बार हो रही है और यह शायद आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता का है. आपसे गुजारिश है कि होस्ट बदलें, कोई सुरक्षित सेवा प्रदाता की सेवा लें.
इस संबंध में कल सुरक्षा संबंधी कुछ पत्राचार भी हुए, जिनमें एक मित्र ने लिखा -
“मिश्रजी को मैने बहुत पहले ही चेताया था. वो बोले कोई समस्या नहीं, मगर थी जरूर.”
शायद ये भी आपको याद हो.
और हाँ, आपने सही कहा, पिछली पोस्ट तो नहीं, पर ये पोस्ट जरूर ठेलने का फायदा उठाने लिए एक विषय के रूप में जानबूझ कर चुना है. और, शीर्षक भी! :)
(चित्र बड़ा कर देखने के लिए इस पर क्लिक करें.)
शायद देरी आपकी तरफ से तो नहीं हुई? सालेक भर पहले का (6-2-08) ईमेलिया आदान-प्रदान का स्क्रीनशॉट नीचे दिया जा रहा है. समस्या पुरानी है, बार बार हो रही है और यह शायद आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता का है. आपसे गुजारिश है कि होस्ट बदलें, कोई सुरक्षित सेवा प्रदाता की सेवा लें.
इस संबंध में कल सुरक्षा संबंधी कुछ पत्राचार भी हुए, जिनमें एक मित्र ने लिखा -
“मिश्रजी को मैने बहुत पहले ही चेताया था. वो बोले कोई समस्या नहीं, मगर थी जरूर.”
शायद ये भी आपको याद हो.
और हाँ, आपने सही कहा, पिछली पोस्ट तो नहीं, पर ये पोस्ट जरूर ठेलने का फायदा उठाने लिए एक विषय के रूप में जानबूझ कर चुना है. और, शीर्षक भी! :)
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achhi jankari dene ke liye sukriya
जवाब देंहटाएंmain apke blog regulaer padta hoo.
mere firefox aur opera browser mein hindi theek se nahi dikhayee deti hai. ye kuch aisa dikta hai
{आपकी अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.
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please help
मिश्रा जी की पोस्ट पढ़ी है। इस तरह किसी को दोष देना सही नहीं है।
जवाब देंहटाएंचित्र बड़ा नहीं हो पा रहा है तो आग में घी कैसे डालें, समझ नहीं आ रहा. मजबूरी अटक गई है. :)
जवाब देंहटाएंसर्वर पर चुस्त सुरक्षा से ही बचाव सम्भव है. अतः सर्वर प्रदाता का चुनाव करते समय सावधानी रखें.
जवाब देंहटाएंहोता है रवि जी, बड़े बड़े शरों मे छोटी छोटी बातें होती रहती हैं :)। मैने अपनी बात आपकी टिप्पणी के नीचे रख दी है।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
समीर जी, त्रुटि की ओर ध्यान दिलाने का शुक्रिया. अलबत्ता आग कहीं है नहीं - सब पानी पानी है!
जवाब देंहटाएंमिश्र जी, सही कहा - छोटी - मोटी बातें होती रहती हैं...
इसके लिए पोस्ट की क्या आवश्यकता थी।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
तब तो आपके पास एक लाख से अधिक मेल आ गये होंगे अब तक। क्या रिकार्ड बना रहे हैं आप?
जवाब देंहटाएं