यह मेरा पसंदीदा ड्रीम प्रोजेक्ट था जो बरसों से यहाँ http://cg-os.blogspot.com/ अटका टंगा हुआ था. इस मर्तबा के सराय परियोजना के तहत इसे भ...
यह मेरा पसंदीदा ड्रीम प्रोजेक्ट था जो बरसों से यहाँ http://cg-os.blogspot.com/ अटका टंगा हुआ था. इस मर्तबा के सराय परियोजना के तहत इसे भी स्वीकृति मिली है. इसके साथ ही अन्य भारतीय भाषाओं मसलन गुजराती, मैथिली, कश्मीरी इत्यादि भाषाओं के विभिन्न परियोजनाओं को भी स्वीकृति मिली है. विवरण यहाँ दर्ज है.
http://raviratlami1.blogspot.com/2008/10/chhattisgarhi-operating-system-will-now.html
अब तो आगू के छै महीना अऊ फुरसत नईं मिलही गा. चलो सब्बो झन काम-बूता में जुर जाओ.
बधाई!
जवाब देंहटाएंइसे कहते हैं संयोग!
जवाब देंहटाएंआज ही सुबह मेरे पास दैनिक भास्कर रायपुर से फोन आया था, एक संवाददाता इस प्रोजेक्ट के बारे में जानना चाह रहा था॰
दुआ है कि जल्द से जल्द यह यथार्थ में आ जाए!
अरे वाह, यह तो बड़े गर्व की बात है रवि जी. बहुत-बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंबधाई !
जवाब देंहटाएंदादा,ये एक शुभ संकेत है। साधुवाद स्वीकारें
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए धन्यवाद्!
जवाब देंहटाएंआपकी ब्लोगींग हमको पसंद आई । ब्लॉग्गिंग जारी रखिये । हमारे ब्लॉग पर भी पधारिये । धन्यवाद् ।
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