अमरीकी राष्ट्रपति उम्मीदवार बराक ओबामा अपने चुनाव अभियान के दौरान भले ही महज एक सौभाग्य प्रतीक के नाम से इंडियन मंकी गॉड को लिए फिरते...
अमरीकी राष्ट्रपति उम्मीदवार बराक ओबामा अपने चुनाव अभियान के दौरान भले ही महज एक सौभाग्य प्रतीक के नाम से इंडियन मंकी गॉड को लिए फिरते रहे हों, यहाँ अपने भारत में भगवान् बजरंगबली बाकायदा एक इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रमुख पद पर विराजमान हैं.
आज मैं पढ़ता होता तो, निश्चित रूप से उस कॉलेज में दाखिला लेता. पढ़ाई की जगह सुबह-शाम हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ता और परीक्षा के पर्चे लिखकर आता. भगवान भक्त की भक्ति को भला कैसे नकारते. और वे निश्चित रूप से मुझे पहले नंबर, गोल्ड मैडल से पास करते.
वैसे तो भक्त और भगवान का यह किस्सा लंबा हो सकता है, परंतु मामला आस्था और विश्वासों का है, सो कहीं किसी एंगल से किसी को ठेस न पहुँच जाए, तो आइए, मामला यहीं रफा दफा करते हैं और एक व्यंज़ल-आरती गाते हैं -
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व्यंज़ल
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ओबामा हो या हिलाड़ी हे बजरंगबली
सबकी नैया पार लगाओ हे बजरंगबली
तेरा तुझीको अर्पण यहाँ क्या है मेरा
पद प्रतिष्ठा सभी तुम्हारे हे बजरंगबली
कुछ करूं न करूं सब तेरी ही लीला
बैठे ठाले सबकुछ दे दो हे बजरंगबली
मैं निसहाय आजन्म पापी खल कामी
पाप हरो हर बार मेरे हे बजरंगबली
हिन्दी ब्लॉग जगत् का #1 नंबर का
बना दो मेरे चिट्ठे को हे बजरंगबली
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(चित्र – साभार सीपिया म्यूटिनी तथा टाइम्स ऑफ़ इंडिया)
जय बजरंगबली !
जवाब देंहटाएंआपका "व्यंज़ल" पढके बहुत मज़ा आया और शुक्रिया ये ख़बर सुनाने का।
जवाब देंहटाएंhttp://shuaib.in/chittha
आपका चिट्ठा तो वैसे भी बड़ा काम का और नम्बर वन है.
जवाब देंहटाएंनहीं कोई माने तो "जय बजरंगबली". :)
बजरंगबली रिपब्लिकन पार्टी ज्वाइन कर लें, तब! :)
जवाब देंहटाएंआप तो पहले से ही नम्बर १ हैं, अब बजरंग बली क्या करें.. :)
जवाब देंहटाएंये चिठ्ठा तो पहले ही रवि जी की कृपा से नंबर वन हो चमक रहा है अब बजरंग बलि क्या करेगें…। व्यंजल मजेदार है मच्छर चालिसा और मजेदार था। हिलैरी को इंडियन एलीफ़ैंट गॉड रखना चाहिए था बजरंग बलि के तोड़ के लिए।
जवाब देंहटाएंजय बजरंगबली !
जवाब देंहटाएंआपकी व्यंग्य रस से सराबोर गजल मन को भायी। स्वीकारें बन्धुवर मेरी छोटी सी बधाई।
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