माध्यम: पुराने तथा नए हिन्दी कुंजीपट के बीच एक सेतु *-*-* यूनिकोड हिन्दी इंटरनेट के लिए तयशुदा भाषा एनकोडिंग बन चुका है, और देर सबेर प...
माध्यम: पुराने तथा नए हिन्दी कुंजीपट के बीच एक सेतु
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यूनिकोड हिन्दी इंटरनेट के लिए तयशुदा भाषा एनकोडिंग बन चुका है, और देर सबेर प्रत्येक हिन्दी उपयोक्ता को यूनिकोड अपनाना ही होगा. कम्प्यूटर पर हिन्दी में काम करते हुए मुझे 15 साल से अधिक हो रहे हैं, जब डॉस आधारित अक्षर ही हमारा हिन्दी का एकमात्र सहारा हुआ करता था. तब से तो गंगा बहुत बह चुकी है!
परन्तु यूनिकोड हिन्दी अभी भी बहुत सारे अनुप्रयोगों, खासकर कुछ लोकप्रिय डीटीपी तथा अन्य पुराने सभी अनुप्रयोगों में समर्थित नहीं है. ऐसी स्थिति में यूनिकोड हिन्दी को अपनाया ही नहीं जा सकता चूंकि ये यूनिकोड हिन्दी को ???? के रूप में छापते हैं. जब तक इन अनुप्रयोगों के हिन्दी यूनिकोड समर्थित नए संस्करण जारी नहीं किए जाते तब तक हमारे सामने एक ही विकल्प बचता है- पुराने हिन्दी फ़ॉन्ट का प्रयोग. कृतिदेव हिन्दी फ़ॉन्ट डीटीपी प्रयोगों के लिए न सिर्फ अच्छा है, वरन् इसके हजारों रूप हैं जो इसे समृद्ध बनाते हैं. स्थानीय स्तर पर इसका प्रयोग आने वाले कुछ सालों तक तो जारी ही रहेगा.
समस्या तब आती है, जब आप यूनिकोड हिन्दी तथा कृतिदेव दोनों ही प्रयोग करते हैं. कृतिदेव का हिन्दी कुंजी पट अलग है तथा यूनिकोड हिन्दी का प्रमुख कुंजीपट ‘इनस्क्रिप्ट’ बिलकुल अलग. इस समस्या को ‘माध्यम’ हिन्दी शब्द संसाधक के द्वारा सुलझाने का एक बेहतरीन प्रयास इसके डेवलपर बालेन्दु शर्मा दधीच द्वारा किया गया है. इसके द्वारा उपयोक्ता को पुराने तथा नए दोनों ही प्रकार के अनुप्रयोगों में कृतिदेव पर हिन्दी इनस्क्रिप्ट कुंजीपट के द्वारा सुविधाजनक कार्य करने की सहूलियत मिलती है. माध्यम में पुराना कृतिदेव कुंजी पट भी है, तथा नए उपयोक्ताओं के लिए इसमें अंतर्निर्मित हिन्दी फ़ॉन्ट भी. काट तथा चिपका कर इसमें टाइप किए गए हिन्दी वाक्यों को विंडोज़ के किसी भी नए/पुराने अनुप्रयोगों में इस्तेमाल किया जा सकता है.
फिलहाल माध्यम में यूनिकोड समर्थन नहीं है, परंतु यदि इसमें यह समर्थन बालेन्दु शामिल करते हैं तो फिर यह एक परिपूर्ण, आधुनिक हिन्दी शब्द संसाधक बन सकता है. साथ ही इसमें शुषा तथा फ़ॉनेटिक कुंजी पट भी शामिल कर दिए जाएँ तो सोने में सुहागा. अभी इसका इंटरफ़ेस अंग्रेज़ी में ही है, और बहुत संभव है कुछ समय पश्चात् हम इसे हिन्दी में ही देखें. ‘माध्यम’ आम उपयोग के लिए मुफ़्त सॉफ़्टवेयर के रूप में जारी किया गया है जिसे आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं. बालेन्दु अगर इसका सोर्स भी परिवर्धन/परिवर्तन तथा उपयोग के लिए मुफ़्त जारी करते हैं, तो उपयोक्ताओं को इसे अपने इस्तेमाल लायक बनाने में आसानी होगी और यह शीघ्र लोकप्रिय हो सकेगा.
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यूनिकोड हिन्दी इंटरनेट के लिए तयशुदा भाषा एनकोडिंग बन चुका है, और देर सबेर प्रत्येक हिन्दी उपयोक्ता को यूनिकोड अपनाना ही होगा. कम्प्यूटर पर हिन्दी में काम करते हुए मुझे 15 साल से अधिक हो रहे हैं, जब डॉस आधारित अक्षर ही हमारा हिन्दी का एकमात्र सहारा हुआ करता था. तब से तो गंगा बहुत बह चुकी है!
परन्तु यूनिकोड हिन्दी अभी भी बहुत सारे अनुप्रयोगों, खासकर कुछ लोकप्रिय डीटीपी तथा अन्य पुराने सभी अनुप्रयोगों में समर्थित नहीं है. ऐसी स्थिति में यूनिकोड हिन्दी को अपनाया ही नहीं जा सकता चूंकि ये यूनिकोड हिन्दी को ???? के रूप में छापते हैं. जब तक इन अनुप्रयोगों के हिन्दी यूनिकोड समर्थित नए संस्करण जारी नहीं किए जाते तब तक हमारे सामने एक ही विकल्प बचता है- पुराने हिन्दी फ़ॉन्ट का प्रयोग. कृतिदेव हिन्दी फ़ॉन्ट डीटीपी प्रयोगों के लिए न सिर्फ अच्छा है, वरन् इसके हजारों रूप हैं जो इसे समृद्ध बनाते हैं. स्थानीय स्तर पर इसका प्रयोग आने वाले कुछ सालों तक तो जारी ही रहेगा.
समस्या तब आती है, जब आप यूनिकोड हिन्दी तथा कृतिदेव दोनों ही प्रयोग करते हैं. कृतिदेव का हिन्दी कुंजी पट अलग है तथा यूनिकोड हिन्दी का प्रमुख कुंजीपट ‘इनस्क्रिप्ट’ बिलकुल अलग. इस समस्या को ‘माध्यम’ हिन्दी शब्द संसाधक के द्वारा सुलझाने का एक बेहतरीन प्रयास इसके डेवलपर बालेन्दु शर्मा दधीच द्वारा किया गया है. इसके द्वारा उपयोक्ता को पुराने तथा नए दोनों ही प्रकार के अनुप्रयोगों में कृतिदेव पर हिन्दी इनस्क्रिप्ट कुंजीपट के द्वारा सुविधाजनक कार्य करने की सहूलियत मिलती है. माध्यम में पुराना कृतिदेव कुंजी पट भी है, तथा नए उपयोक्ताओं के लिए इसमें अंतर्निर्मित हिन्दी फ़ॉन्ट भी. काट तथा चिपका कर इसमें टाइप किए गए हिन्दी वाक्यों को विंडोज़ के किसी भी नए/पुराने अनुप्रयोगों में इस्तेमाल किया जा सकता है.
फिलहाल माध्यम में यूनिकोड समर्थन नहीं है, परंतु यदि इसमें यह समर्थन बालेन्दु शामिल करते हैं तो फिर यह एक परिपूर्ण, आधुनिक हिन्दी शब्द संसाधक बन सकता है. साथ ही इसमें शुषा तथा फ़ॉनेटिक कुंजी पट भी शामिल कर दिए जाएँ तो सोने में सुहागा. अभी इसका इंटरफ़ेस अंग्रेज़ी में ही है, और बहुत संभव है कुछ समय पश्चात् हम इसे हिन्दी में ही देखें. ‘माध्यम’ आम उपयोग के लिए मुफ़्त सॉफ़्टवेयर के रूप में जारी किया गया है जिसे आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं. बालेन्दु अगर इसका सोर्स भी परिवर्धन/परिवर्तन तथा उपयोग के लिए मुफ़्त जारी करते हैं, तो उपयोक्ताओं को इसे अपने इस्तेमाल लायक बनाने में आसानी होगी और यह शीघ्र लोकप्रिय हो सकेगा.
लगभग सात साल पहले का एक आवश्यक और बढिया काम था माध्यम…
जवाब देंहटाएंआपकी साइट बहुत अच्छी है।
जवाब देंहटाएंआपकी साइट अच्छी है।
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